Add To collaction

अपनी पहली कमाई लेखनी प्रतियोगिता -19-Jul-2022

                   सौनू का मन आज तक पढ़ने में नही लगता था। वह केवल अपने बिगडे़ हुए दोस्तौ की चौकडी़ मे मस्ती करने में मगन रहता था। उसकी इन आदतौ से  उसके मम्मी पापा बहुत परेशान रहते थे।


   सौनू के पापा ने उसे कितनी बार समझाया था कि तू अपनी आदतौ में सुधार करले औऋ रुपये पैसे को बर्बाद करने से पहले सोच कि यह पैसा कमाने मे कितनी मेहधत करनी पड़ती है। बास की डाट भी खानी पड़ती है।

    परन्तु सौनू इस कान से सुनता और दूसरे कान से निकाल देता था। उसके दैस्त केवल इस लिए उसका साथ देते थे कि वह उनके ऊपर खाने खिलाने और मस्ती करवाने पर पैसा खर्च करता था।

    उसके स्कूल से  उसकी गुस्ताखियौ की शिकायत आना तो आम बात थी। उसको इन गुस्ताखियौ के लिए उसे कितनी बार स्कूल से निकाला भी जा चुका था। परन्तु इससे उसकी आदतौ में कोई बदलाब  नहीं आया।

   एक बार उसके पापा ने उसे  एक हजार रुपये देकर भेजा और बोले," तू मेरे घर में जब वापिस आना  जब इन रुपयौ को दूना अर्थात इनको दो हजार करके लाना।

      सौनू बहुत खुश हुआ क्यौकि उसने लोगौ को जुआ खेलते देखा था और उसमें आसानी से  पैसे जीतते देखा था। परन्तु उसको यह नहीं मालूम था कि यहाँ पर जब हार होती है तब  क्या हाल होता है?

     वह तो खुश होकर जुआ से पैसौ को दूना करने चल दिया। उसके दोस्त भी उसके साथ थे।

     सौनू पहले तो जीतने लगा उसके साथी दोस्त उसकी जीत देखकर  बहुत खुश थे। परन्तु कुछ समय बाद वह बुरी तरह हारने लगा और उसके दोस्त उसको हारता हुआ देखकर एक एक करके बाहर निकलते  जारहे थे।

      और एक ऐसा समय आया कि वह अपनी पूरी रकम हार गया लेकिन उसको तो यह लग रहा था कि अगला दाव में अवश्य जीत जाऊँगा।  इसी चक्कर में उसने अपने पास खडे़ ब्यक्ति से कुछ रकम उधार लेली और पुनः दाव पर लगा दी।

       परन्तु सौनू की किस्मत खराब थी और वह उससे उधार ली हुई रकम भी हार गया। अब जिससे उसने रकम उधार ली थी वह उससे अपने पैसे वापिस माँगने लगा। 

      सौनू बोला ," अंकल आपके पैसे मै घर से लाकर दूँगा मेरे पास पैसे नही है।" 

     परन्तु वह बोला," मै इतना पागल नही हूँ कि तेरे घर पैसे लेने जाऊँ और वहाँ तेरा बाप मुझसे ही लड़ने लगे कि मेरे बेटे को जुआ खिलाता है। मुझे तो पैसे यही और अभी चाहिए। "

      सौनू आज बुरी तरह फसगया वहाँ से उसके सभी दोस्त भी भाग गये थे  अब  उसके पास कोई उपाय नहीं था।  वह आदमी बोला चल मेरे साथ औरमै तुझसे काम करवाऊँगा तब पता चलेगा कि पैसा कैसे कमाया जाता है।

      वह आदमी  ने उसको एक होटल पर  काम पर लगा दिया। उस होटल के मालिक से वह अपने पैसे एडवांस में लेगया । होटल मालिक ने  सौनू को बर्तन साफ करने के काम पर लगा दिया। अब सौनू के पास इसके अलाबा और कोई दूसरा उपाय भी  नहीं था।

      सौनू सुबह से शाम तक बर्तन साफ करता रहा बीच बीच मे होटल मालिक डाट भी खिला रहा था। आज उसको अपने पापा के कहे हुए शब्द याद आरहे थे कि पैसा कमाने मे कितनी मेहनत करनी पड़ती है बाँस की डाँट अलग से खानी पड़ती है।

    जब शाम को होटल मालिक ने उसे कुछ बचे हुए पैसे दिए तब वह आज अपनी पहली कमाई लेकर बहुत खुश हुआ और सौनू ने  अपनी पहली कमाई उनके हाथ मे देकर पापा को पूरी घटना बताई  और प्रतिज्ञा कि आज के बाद वह  पैसा गलत काम में खर्च नही करेगा। उसके पापा ने उसक

     आज उसको पैसे का मोल व दोस्तौ का असली चेहरा उसके सामने आगया था। अब वह अच्छा बनने की कोशिश करने लगा था

      

   16
7 Comments

Seema Priyadarshini sahay

20-Jul-2022 07:01 PM

बहुत खूबसूरत

Reply

Abhinav ji

20-Jul-2022 09:31 AM

Very nice👍

Reply

Gunjan Kamal

20-Jul-2022 01:01 AM

शानदार प्रस्तुति 👌

Reply